- कल पंजाब नेशनल बैंक में 3 हजार 688 करोड़ रुपए के लोन की धोखाधड़ी सामने आयी यह धोखाधड़ी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटडे यानी DHFL ने अंजाम दी है. यह पूरा मामला नीरव मोदी के घोटाले से कही बड़ा है ........कुल 85 हजार करोड़ रुपये बैंको ओर अन्य वित्तीय संस्थानों का DHFl ने मार्केट में फर्जी कंपनियों को बांट रखा है धीरे धीरे जब सभी बैंक ऐसी ही धोखाधड़ी की जब ओर रिपोर्ट करँगे तब इस घोटाले की गंभीरता पब्लिक को समझ मे आएगी
ऐसा नही है कि यह आज पहली बार सामने आया है, अटल सरकार में पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने DHFl द्वारा की गयी धोखाधड़ी को भारत के इतिहास का सबसे बड़ा बैंकिंग स्कैम’ करार दिया था, 29 जनवरी 2019 को खोजी पत्रकारिता से जुड़ी वेबसाइट कोबरापोस्ट ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर ‘द एनाटॉमी ऑफ इंडियाज बिगेस्ट फाइनेंशियल स्कैम’ नाम से अपनी रिपोर्ट पेश की थी
कोबरापोस्ट ने अपने स्टिंग में यह आरोप लगाया गया था कि DHFL ने कॉरपोरेट मंत्रालय को जरूरी जानकारी दिए बिना बड़े लोन मंजूर किए हैं. ओर ये संभवत: देश का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला हो सकता है
उस वक्त यशवंत सिन्हा ने गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी डीएचएफल पर लगे 31,000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच की मांग की थी कंपनी पर आरोप था कि उसने सरकारी बैंकों जैसे एसबीआइ और बैंक ऑफ बड़ौदा से कर्ज लेकर उसका इस्तेमाल दूसरे कार्यो के लिए किया। कंपनी के प्रमोटर वधावन परिवार ने व्यक्तिगत फायदों के लिए शेल कंपनियों का नेटवर्क बनाकर बड़े पैमाने पर फंड की हेराफेरी की है. इस पूरे खेल में करीब 31,000 करोड़ रुपये का घपला होने का आरोप है. यह भी आरोप लगाया गया कि इन हथकंडों से प्रमोटर्स ने अपनी निजी वैल्थ खड़ी की।
मुम्बई के PMC बैंक में भी जिसमे आज तक खताधारको को अपना जमा पैसा नही मिला है उसमे भी सबसे बड़ा लोन मूल रूप से DHFL ग्रुप से जुड़ी कम्पनी को ही दिए गए थे
यह बहुत बड़ा घोटाला है इसकी कड़ियां धीरे धीरे ही खुलेगी.