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शनिवार, 27 अप्रैल 2019

जो अशोक गहलोत अपने भाई का नही हुआ वो तुम्हारा क्या होगा

जिन लोगों को लग रहा है कि वैभव गहलोत की जीत से जोधपुर का विकास होगा वे लोग  रामनवमी के दिन सूरसागर दंगा पीड़ित मनीष गहलोत (माली) की आप बीती पढ़ें  👇👇👇

रामनवमी जुलूस में हुए दंगे में मेरे घर पर विशेष समुदाय द्वारा आगजनी की गयी उसकी मैंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई ले
किन अभी भी अभियुक्त खुले घूम रहे हैं अपना राजनीतिक रसूख का लाभ ले रहे हैं एवं साथ ही पुलिस का भेदभाव पूर्ण रवैया मुझ परअलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है एवं उल्टा मुझे ही पाबंद किया है प्रशासन मेरी अनदेखी कर रहा है।
चुनाव के मद्देनजर को देखते हुए सरकार एक तरफा काम कर रही है और उन्हें सपोर्ट कर रही है हमें न्याय कब मिलेगा जबकि अभी सरकार की चुनावी थीम है अबकी बार न्याय
मनीष गहलोत दंगा पीडित परिवार
सुरसागर  जोधपुर  राजस्थान

शुक्रवार, 26 अप्रैल 2019


#सिरसा
#मंहगा_पड़ा_चौकीदार_चोर_का_नारा :-
👇
चोकीदार चोर है का नारा लगाने पर सिरसा में लोग भड़के दौड़ा-दौड़ा कर धोया कांग्रेसी को बिना साबुन
सोडा के.....!

कांग्रेस प्रत्याशी अशोक तंवर ने टैंट के पीछे से भागकर अपनी ईज्जत बचाई !

कांग्रेसीयों होश मे रहो जनता सब जान चूकी
हैं

मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

आइये जानते है ये बेशर्म आजमखान है कौन

#किस्सा ऐ #आजम_खान

आजम खान का पिता मुमताज अली दरअसल मुस्लिम डोम/मिरासी जाति का था जो रामपुर के नवाब राजा वली खान बहादुर की घोडाबग्घी चलाते थे, एक दुर्घटना में उनकी मृत्यु होने के बाद परिवार पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा और आजम की माँ रुबिया को रामपुर नवाब के महल में ही रसोई सम्भालने के लिए पगार पर रख लिया गया।

रुबिया कम उम्र में ही विधवा हुई थी तो एक दिन नवाब रामपुर की नजर उसपर पड़ी और जल्द ही रुबिया की गिनती रामपुर नवाब की सबसे चहेती रखैल के रूप में होने लगी।

इसी बीच भारत विभाजन से एक वर्ष पूर्व आजम का जन्म हुआ और रुबिया ने नवाब पर उसे सार्वजनिक रूप से अपनाने का दबाव डाला,नवाब ने उसका स्कूल में दाखिला आजम खान नाम से तो करवा दिया पर बाप का नाम मुमताज लिखवाया!!

कुछ दिन बाद ही नवाब का मन रुबिया से भर गया था और उसने 1948 में उसे महल से बाहर निकाल दिया,
अब रुबिया फिर से बेसहारा हो गयी और उसे सहारा दिया अवध के मितानी ताल्लुक के एक अधेड़ राजपूत ताल्लुकेदार अरिमर्दन सिंह ने  जो नवाब रामपुर के मित्र थे और अक्सर रामपुर उनसे मिलने आते थे।
पर यहाँ भी रुबिया ज्यादा दिन टिक नही पायी और अरिमर्दन सिंह के परिवार ने लखनऊ के उस मकान से भी  रुबिया को बेदखल कर दिया जो उसे अरिमर्दन सिंह ने उपहार में दिया था।।

अब रुबिया अपने कम उम्र के बालक आजम को लेकर दर दर भटकने लगी, इसके बाद वो किस किसके साथ रही, इसकी किसी को जानकारी नही है, लेकिन आजम खान किसी तरह पढ़ लिख गया और लॉ करने के बाद सीधा राजनीती में आ गया और कट्टरपंथी इस्लाम की नाव पर सवार होकर राजनीती में आगे बढ़ता चला गया!!

आजम खान ने चाहे जितनी मर्जी तरक्की की हो किन्तु वो  बचपन में उसकी माँ और उसके साथ दुर्व्यवहार करने वाले रामपुर के नवाब और राजपूत ताल्लुकेदार को नही भूल पाया,
आज भी आजम खान उसी शिद्दत से सामन्तवाद, नवाब, ठाकुरो से जूनून की हद तक नफरत करता है और उसकी ये जहरीली सोच अक्सर उसके बयानों से पता चल जाती है।

सच कहें तो आजम खान को आज तक पता नही चल पाया कि उसका जैविक पिता दरअसल है कौन??
रामपुर का नवाब??
ताल्लुकेदार अरिमर्दन सिंह??
या उसकी माँ रुबिया का पहला पति मुमताज खान??

इस सवाल का जवाब सबसे बेहतर रुबिया दे सकती थी पर अफ़सोस ,उसके पूछने से पहले ही वो इस दुनिया से चल बसी!!!

आज भी रामपुर नवाब के महल के ठीक सामने तेलियों वाली गली में कंजर बस्ती में मुमताज खान और रुबिया का टूटा फूटा मकान मौजूद है जिसमे अब आजम का ड्राइवर शौकत कुरैशी रहता है।

आजम खान की आज की मनोदशा दरअसल उनके बदहाल बचपन के कारण है और वो आज भी उस दौर को भूल नही पाते हैं।

सोमवार, 15 अप्रैल 2019

आजम खान, समाजवादी पार्टी और भारत की ‘नाचनेवाली’ औरतें

समाजवादी पार्टी के बड़े नेता आज़म खान के नक्श-ए-कदम पर चलते हुए पार्टी के छुटभैया नेता फिरोज़ खान ने भी भाजपा में शामिल हुई अभिनेत्री जयाप्रदा के लिए गलत बयानबाज़ी की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिरोज़ खान ने कहा- जयाप्रदा अपने घुंघरुओं और ठुमकों से रामपुर के लोगों का मनोरंजन करेंगी.
गौरतलब है कि जयाप्रदा समाजवादी पार्टी से ही 2004 और 2009 में रामपुर से ही दो बार लोकसभा सांसद रह चुकी हैं.
अगर समाजवादी पार्टी के नेताओं के बयानों को देखें तो हर साल- दो साल में कोई ना कोई नेता ये ज़रूर साबित कर देता है कि ये पार्टी महिलाओं को लेकर बिल्कुल संवेदनशील नहीं है. शायरी करनेवाले नेता आज़म खान की ही बात करें तो उन्होंने कई बार जयाप्रदा को नाचनेवाली, घुंघरूवाली इत्यादि विशेषणों से नवाज़ा है. यही नहीं, 2009 के चुनाव में उन पर आरोप लगे थे कि वो जयाप्रदा की मॉर्फ्ड इमेजेज अपने कार्यकर्ताओं द्वारा शेयर करवा रहे हैं.
इससे पहले आज़म खान मीडिया से कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास 7 रेसकोर्स रोड और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बंगले के बीच एक सुरंग है. उन्होंने ये भी कहा था कि आगे वो अपना मुंह खोलेंगे तो पीएम नंगे हो जाएंगे.

शनिवार, 13 अप्रैल 2019

अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस..

अंतर्राष्ट्रीय जाट दिवस...

अनादि काल से इंसान कबीलाई जीवन जीता आया है और कालखंड की गति में ये कबीले परिपक्व होते गए जिसमे अंतर्राष्ट्रीय स्तर देखा जाए तो एक ऐसा कबीला उभरा जिसने न केवल समय के साथ अपनी सफलताओं के झंडे गाड़े बल्कि कमजोर वर्ग का सारथी और बेईमानों का दुश्मन बनकर खड़ा रहा!दुनियाँ में अगर सही मायनों में देखा जाये तो जाट ऐसा कबीला है,ऐसी नस्ल है जो सही मायने में धार्मिक है।जाटों ने मानवीय धर्म को सदा श्रेष्ठ रखा है और आज भी अंध धार्मिक रेवड़ों की भेड़ों के बीच इंसानियत का झंडा लेकर कोई खड़ा है तो वो जाट है।

इतिहास भरा पड़ा है इनकी शूरवीरता के किस्से-कहानियों से!इतिहास भरा पड़ा है मानवता के लिए दी गई कुर्बानियों से!द्वितीय विश्वयुद्ध में जब हिटलर की सेना ध्वस्त हो रही थी तब कहा था जाट लड़ाके मेरी सेना में होते तो मैं दुनियाँ फतेह कर लेता मगर वह भूल गया था कि JAT  का मतलब ही Justice,Action and Truth होता है।

कितनी ही राज्य व्यवस्थाएं खड़ी हो जाएं,कितने ही लोकतंत्र के टेंट हाउस में,कम्युनिज्म के पोली बैग में नागरिक रूपी बंधन खड़े कर दिए जाएं,कितनी ही तोड़ने के लिए सीमाएं खड़ी कर दी जाएं मगर जब रगों में दौड़ता खून बोलता है,गौरवशाली सांस्कृतिक परंपराओं की गूंज सुनाई देती है तो पूरे विश्व मे एकसाथ बंद मुठ्ठियाँ ऊपर उठती है और जुबाँ से आवाज निकलती है "गर्व है कि मैं जाट हूँ।"

यह गौरव हमने मजलूमों का रक्षक बनकर हासिल किया है,यह गौरव हमने जाति-धर्म से परे इंसानियत को जिंदा रखकर हासिल किया है,यह गौरव हमने कमजोरों का सहायक बनकर हासिल किया है,यह गौरव हमने प्रकृति के साथ जीकर हासिल किया है।हमने हर क्षेत्र में बिना किसी से प्रतिस्पर्धा किये नए आयाम तय किये है।

चाहे धार्मिक अत्याचार से बगावत की बात हो या हुकूमत के अत्याचार के खिलाफ विद्रोह हो जाट हमेशा आगे रहे है!मैदान चाहे युध्द के हो चाहे खेल के हो,चाहे खेत हो चाहे देश की सीमाएं हो,सदा परचम के,शौर्य के झंडे जाटों ने दुनियाभर में गाड़े है।कुछ साथियों ने इबादत के रास्ते जरूर बदले है मगर अंदर से आज भी जाट धर्म पर ही अडिग है।

आज दुनियाभर में जाट दिवस मनाया जा रहा है तो हमे उन पुरखों को नमन करना चाहिए जिन्होंने यह गौरवशाली पल हमे उपलब्ध करवाया है।अपनो ने कई कुर्बानियां दी है तब जाकर हम इस काबिल बने है कि आज खुद को गौरान्वित महसूस कर रहे है।हमे हमारी महान सांस्कृतिक विरासत को जिंदा ही नहीं रखना है बल्कि संवारकर हमारी भावी पीढ़ी को सौंपना है।हमे हमारे इतिहास का ढंग से संकलन करना है ताकि भावी पीढियां खुद पर गर्व कर सके।हमे हमारे वर्तमान के लिए जीवन खपाना है ताकि भविष्य उस पर खड़ा होकर ऊंची छलांग लगा सके।

जो कौमे खुद की जड़ों से कट जाती है वो कौमे खुद अपने अस्तित्व पर कुल्हाड़ी मारती है।हमे हमारी जड़ों पर खड़े होकर आगे बढ़ना है।हमे मानव धर्मी/जाट धर्मी होकर आगे बढ़ना है।कल कोई भाई मुझे पूछ रहा था कि आपका धर्म क्या है?मैं नास्तिक हूँ मगर मेरी नास्तिकता में ही आस्तिकता छुपी है।दुनियाँ में 4200के करीब धर्म है मगर इनमें से मेरा कोई धर्म नहीं है क्योंकि मैं धर्मों के बाप अर्थात जाट धर्म से हूँ।जाट धर्म दुनियाँ का ऐसा धर्म है जो सदा यह चाहता है कि इंसान किसी भी धर्म का हो मगर सबसे पहले वो हमारे लिए इंसान है।सही मायनों में देखा जाए तो दुनियाँ में जाटों जैसे धर्म निरपेक्ष लोग आपको कहीं नहीं मिलेंगे।इसलिए मैं गर्व करता हूँ कि मैं जाट हूँ।

मुझे लोग कहते है कि तुम जातिवादी हो!मैं हमेशा कहता हूँ कि कबीलों के हिसाब से नामकरण किसी और ने कर दिया है मगर बिना किसी दूसरी जाति के साथ भेदभाव किये,बिना किसी दूसरी जाति को दबाकर अगर मैं मेरी जाति के उत्थान की बात करता हूँ तो मैं समझता हूँ कि यह मेरा जातिगत प्रेम है न कि जातिवाद।मेरी जाति पर गर्व करने के लिए मेरे पुरखों ने लाखों कारण दिए है,मेरी जाति पर प्रेम करने के मेरे भाइयों ने लाखों आयाम स्थापित किये है।

आज भी कोई दीनहीन असहाय खड़ा नजर आता है तो उसके साथ जाट खड़ा नजर आता है।चाहे उसने पगड़ी पहनी हो,चाहे टोपी पहनी हो चाहे गले मे क्रोस या माला डाल रखी हो मगर उसकी जाति जाट ही होगी!कोई बीमार लाचार खड़ा होगा तो उसका हमसफ़र जाट होगा।किसी गरीब-मजलूम पर कोई अत्याचार करता है तो जाट उसका रक्षक बनकर खड़ा नजर आता है।

जब हुकूमतों ने सीमा लांघी
वो लड़े थे किसान बनकर!
जब धर्मों ने माहौल बिगाड़ा
वो लड़े है इंसान बनकर!
चाहे वो महलों में खेले
चाहे बैठे रहे टाट-फर्श पर!
कभी न झुके कभी न रुके
बढ़ते रहे वो जाट धर्म पर!!

आज अन्तर्राष्ट्रीय जाट दिवस की सभी भाइयों को बधाई देता हूँ💐💐💐

बीजेपी की लाइट के नीचे सभा कर के विकास कहा हुआ है का पूछते हुवे कोंग्रेसी

#पी_पी_चौधरी_द्वारा_लगाई_सौर_उर्जा_लाइट_के___नीचे_बद्री_बाबा_की_सभा_और_बाबा_का_आरोप 👇😂😂😂😂😂
      पाली के सोनाई‌मांजी गांव में कांग्रेस प्रत्याशी श्री बद्रीराम जाखड़ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों में सांसद पीपी चौधरी ने और केन्द्र की मोदी सरकार ने केवल वादे किए, काम तो कुछ भी नहीं किया। *इस पर वहां मौजूद जनता जोर-जोर से ठहाके लगानी लगी*।

अब जैसा कांग्रेस सरकार का चरित्र रहा है कि जनता से केवल मात्र झूठ बोलकर, सब्जबाग दिखाकर ही सत्ता प्राप्त की। उनके नेता तो ऐसी ही बातें करेंगे।

*जाखड़ को जनता का हंसना थोड़ी देर बाद समझ में आया। हुआ यूं कि वे रात्री में जिस प्रकाश के नीचे जनसंवाद कर रहे थे, वो सोलर स्ट्रीट लाईट हमारे सेवक चौधरी साब ने लगवाई। यह तो सिर्फ एक स्थान और एक विकास कार्य का दृश्य है*।

अब तय आपको करना है ....

विकास दुबे के सरेंडर ओर एनकाउंटर के 24 घण्टे के घटनाक्रम में देश के सबसे बड़े घोटाले की खबर दब गयी.

कल पंजाब नेशनल बैंक में 3 हजार 688 करोड़ रुपए के लोन की धोखाधड़ी सामने आयी यह धोखाधड़ी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटडे यानी DHFL ने अंजाम दी है...